सभी सम्मानित महानुभावों का सादर अभिवादन। कार्तिक मास में सम्मुख सम्प्राप्त दीपावली के पावन पर्व की सभी को बहुत-बहुत शुभ शुभकामनाएं। आप सभी को शास्त्र सम्मत विधि से यह अवगत कराना है की धन्वंतरि त्रयोदशी अर्थात धनतेरस का पर्व कल दिनांक 13 नवंबर 2020 को ही संपादित किया जाएगा। क्योंकि आज दिनांक 12 नवंबर उदय से लेकर अस्त एवं रात्रि पर्यंत द्वादशी तिथि ही व्याप्त है। कल अर्थात 13 नवंबर को प्रातः काल से शाम 6:00 बजे पर्यंत त्रयोदशी तिथि रहेगी इसी मध्य में धनतेरस का पर्व सुनिश्चित है।सांय 6:00 बजे के पश्चात चतुर्दशी प्रारंभ होगी इसलिए छोटी दीपावली भी कल ही मनाई जाएगी। क्योंकि पूर्वाग्रह के कारण बहुत सारे लोगों को आज ही धनतेरस होने का संशय है और शुभकामना संदेश भी प्राप्त हो रहे हैं। अस्तु धनतेरस का मुहूर्त प्रेषित किया जा रहा है जिससे सभी के संशय का निवारण हो सके।..चूंकि देव दानव के संग्राम के समय ही समुद्र मंथन में समुद्र से भगवान धन्वंतरि त्रयोदशी के दिन ही अमृत का कलश लेकर प्रकट हुए उसी प्रकार 14 रत्न तथा अमावस्या के दिवस महालक्ष्मी प्रकट हुई जो दीपावली के रूप में मनाया जाता है। धनतेरस के दिवस भगवान धन्वंतरि तथा कुबेर एवं लक्ष्मी का पूजन किया जाता है।इसी क्रम में प्राप्त चतुर्दशी के दिवस मृत्यु के देवता यम को प्रसन्न करने हेतु अकाल मृत्यु के भय से मुक्त होने तथा जीवन में विभिन्न प्रकार की दुर्घटनाओं के शमन हेतु यम का पूजन तथा संध्या काल में घर के बाहर दीपक जला कर रखा जाता है।अनंतर अमावस्या के दिवस दीपावली महापर्व पर महालक्ष्मी का पूजन किया जाता है।
धनतेरस शुक्रवार दिनांक 13 नवंबर
पूजन मुहूर्त
1 – प्रातः 6:46 से 10:31 बजे तक.
2 – मध्यान्ह 12:00 से 2:50 तक.
3 – सायं 3:40 से 6 बजे तक।
4 – दीप प्रज्वलन सायं 6:00 बजे के पश्चात।
दिनांक 14 नवंबर 2020
1-अभिजित मुहूर्त दोपहर 11:45 से 12:30 तक।
2-महालक्ष्मी पूजन मुहूर्त समय 5:15 से रात्रि 8:00 बजे तक।
3-महा अनिश्चितकाल रात्रि 11:30 से 12:25 तक।